एक बहुमूखी प्रतिभा सम्पन्न व्यक्तित्व
स्टीव जॉब्स के निधन से विश्व नें बहुमूखी प्रतिभा सम्पन्न व्यक्तित्व को खो दिया है। उनके जीवन से हमें प्रतिकूलताओं से नहीं घबरा कर सदैव अपने कार्यों के बारे में सचेष्ट रहने की सीख मिलती है।
फल की चिन्ता से मुक्त रह कर सतत कर्तव्य करने पर ही सफलता मिलती है। गीता का यह अमर संदेश स्टीव जॉब्स के जीवन का आदर्श था। स्टीव नें एप्पल कम्पनी की स्थापना की। किन्तु उसी कम्पनी से उन्हें निकाल दिया गया। वे निराश नहीं हुए। उन्होंने नेकस्ट कम्पनी की स्थापना की। इसमें कुछ नवीन विचारों के साथ कम्प्युटर एक नई अवधारणा स्थापित की। इसी नई अवधारणा के कारण एप्पल नें नेकस्ट को खरीदा था। उसके बाद की कहानी एप्पल की किर्तीमानी सफलता की कहानी है।
वे निश्चित ही इस सदी के युग पुरूषों में से एक है। उन्हें शत शत नमन।
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