छोटी सादड़ी दुष्कृत्य के दोषियों को हो एक माह में सजा
राजस्थान के छोटी सादड़ी थाने में नवयुवती के साथ दुष्कृत्य की घटना एक जघन्यतम अपराध है।
प्रशासन इस दुष्कृत्य प्रकरण को फास्ट ट्रेक न्यायालय में चलाए। राजस्थान में विदेशी बालाओं के प्रकरण में मात्र 30 दिन में दोषियों को सजा दिलवाई गई थी। छोटी सादड़ी दुष्कृत्य प्रकरण में भी इसी प्रकार दोषी पुलिस कर्मियों को एक माह में सजा दिलवाना सुनिश्चित किया जाए।
दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध चालान 7 दिन में न्यायालय में प्रस्तुत किया जाए। छोटी सादड़ी दुष्कर्म की घटना का विरोध कर रहे ग्रामीणों का पुलिस दमन एवं प्रताड़ना अविलम्ब रोकी जाए।
ग्रामीणों के विरुद्ध लगाए गए सभी आपराधिक आरोंप निरस्त किए जाए। बंदी बनाए गए ग्रामीणों को अविलम्ब छोड़ा जाए। गहलोत सरकार आपातकाल की मानसिकता छोड़े। दमन एवं अत्याचार से जनता की आवाज को दबाया नहीं जा सकता है।
लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन मूलभूत अधिकार है। छोटी सादड़ी घटना की गम्भीरता के परिप्रेक्ष्य में विरोध प्रदर्शन अत्याधिक संयमित था।
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