पाकिस्तान
से वार्ता शहीदों का अपमान
पाकिस्तान
भारत के विरुद्ध छद्म युद्ध
कर रहा है। वहाँ का सत्ता एवं
सैन्य प्रतिष्ठान आतंकवादियों
को प्रत्यक्ष समर्थन एवं सहयोग
दे रहा है। 2004
में
पाकिस्तान से यह स्पष्ट सहमति
बनी थी कि जब तक वहाँ की भूमि
का आतंकवाद के लिए उपयोग होगा,
कोई
वार्ता नहीं होगी।
कांग्रेस
सरकार की कायर नीतियों के कारण
अब जम्मू आतंकवादियों का बड़ा
निशाना बनता जा रहा है। आतंकी
घटनाएं पाकिस्तानी सरकार की
सुनियोजित व्युहरचना से ही
हो रही है। ऐसे समय में पाकिस्तान
के साथ वार्ता शहीदों का अपमान
होगा। आतंकवाद और वार्ता साथ
साथ नहीं चल सकती है।
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