केजरीवाल
नें किया महिलाओं का अपमान
केजरीवाल
नें नई दिल्ली में पत्रकारों
को संबोधित करते हुए सामुहिक
दुष्कर्म पर जो टिप्पणी की,
वह
अति निंदनीय है। यह उनकी महिलाओं
के प्रति घटिया सोच को दिखाती
है। यह महिलाओं का अपमान है।
केजरीवाल
की टिप्पणी पर कांग्रेस के
महिला नेताओं की चुप्पी दोनों
पार्टियों में किसी गुढ़
समझौते् का स्पष्ट संकेत है।
सारा देश जानता है कि किस प्रकार
कांग्रेस की महिला नेताओं
नें नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध
तथ्यहीन आरोपों पर मोर्चा
खोला था। केजरीवाल नें धारा
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का
उल्लघंन किया,
आवागमन
को बाधित किया और पुलिस कर्मियों
को विद्रोह के लिए भड़काया।
किन्तु उनके और उनके साथियों
के विरुद्ध दिल्ली पुलिस नें
कोई प्रकरण नहीं बनाया। इसी
पुलिस नें मेरे और भाजपा महिला
मोर्चा की कार्यकर्ताओं के
विरुद्ध महिला आरक्षण की मांग
को लेकर किए गए शांतिपूर्ण
प्रदर्शन पर पानी की बोछारें
चलाई और राजकार्य में बाधा
का प्रकरण बनाया।
कांग्रेस
देश का ध्यान कुशासन,
भ्रष्टाचार
और महंगाई से हटाना चाहती है।
इसीलिए आम पार्टी को आगे करके
धरने की नोटंकी करवा रही है।
इस धरने को प्रारम्भ करने से
लेकर समाप्त करने तक का आलेख
कांग्रेस पार्टी पहले ही लिख
चुकी थी। पहले निलम्बन,
फिर
स्थानान्तरण और अंत में अवकाश
पर समझौता एक सुविचारित नाटक
की पटकथा ही है।
किरणजी महिलाओं के अपमान जैसी बत समझ नहीं आयी । जहां तक सामुहिक दुशकर्म का सवाल है, जब पुलिस उसके अधीन ही नहीं है तो केजरीवाल क्या करेगा । और आप तो बीजेपी की बडी नेता हैं और आपका लेख बीजेपी/आपकी नीति के अनुरूप ही है ।
ReplyDeleteआपकी उत्कृष्ट प्रस्तुति गुरुवारीय चर्चा मंच पर ।।
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