Friday, February 28, 2014

कांग्रेस ने देश को बर्बाद किया


नरेन्द्र मोदी का गुलबर्गा में महा जनसिंधु को उद्बोधन 28-02-2014

कांग्रेस की बर्बादी इसलिए हुई क्योंकि इन्होंने देश को बर्बाद किया। कांग्रेस अपने पापों के कारण अब मिटने वाली है। देश की जनता बराबर समझ चुकी है कि हमारी मुसीबतों का कारण कोई सरकार नहीं है, सरकार में बैठी कांग्रेस है। कांग्रेस को अपने 10 साल के काम का हिसाब देना चाहिए

कांग्रेस का अहंकार सातवे आसमान पर है। ये लोग देश की जनता को जवाब देना अपना दायित्व नहीं मानते हैं। कांग्रेस के वादों पर भरोसा मत करना। उनकी नीयत पर भी भरोसा मत करना। मेरी पत्रकार मित्रों से भी प्रार्थना है। 2004 में कांग्रेस ने क्या वादे किए थे, उनके मेनिफेस्टो में क्या वादे थे और क्या वादे पूरे किए गए, जवाब मांगने चाहिए।

कोई भी कांग्रेसी नेता आपके पास आता है तो जवाब मांगना। कहा था 100 दिन में महंगाई कम कर देंगे। क्या वादा निभाया। इन्होंने वादाखिलाफी की। जिन्होंने वादा नहीं निभाया, उनको आप निभाना चाहते हो। जो जनता की पीठ पर छुरी घोंपते है, ऐसे लोगों पर भरोसा मत करना।

वह 10 नंबरी गांधी, 10 जनपथ में रहते हैं इसलिए 10 नंबरी गांधी कह रहा हूं। 10 नंबरी गांधी ने आंध्र का क्या हाल कर दिया। तेलंगाना का भला हो, सीमांध्र का भला हो, यह हम भी चाहते हैं। लेकिन कांग्रेस कैसी डॉक्टर है जो बच्चों को तो जन्म देने दे, लेकिन मां को मार दे। हम मां को भी बचाना चाहते थे, बच्चे को भी। हम होनहार बच्चे को जन्म देना चाहते थे। कांग्रेस के कारण तेलंगाना नहीं बना है। जिन लोगों ने शहादत दी, उन सभी शहीदों को नमन करता हूं। कांग्रेस को सीमांध्र से राजनैतिक लाभ नहीं मिलेगा, इसलिए उसको अनाथ छोड़ दिया।

देश ने 60 सालों तक कांग्रेस को झेला। 60 सालों में देश कहां का कहां पहुंच जाता है। देश के न्यायवीर फली नरीमन ने इस्तीफा दे दिया। चुनाव करीब है और फिर भी कांग्रेस बाज़ नहीं आ रही है।

नौजवानों भाइयों, आपके पिता जैसी ज़िंदगी गुज़ारी है, आपकी मां ने जैसे कष्ट झेले, क्या आप ऐसे कष्ट झेलना चाहते हैं। क्या कांग्रेस आपका भला कर सकती है। अगर नहीं तो उसकी ज़रूरत क्या है। बोझ बन गई है कांग्रेस। मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैं एक पल भी अपने लिए उपयोग नहीं करूंगा। मैं देश को पाई-पाई का हिसाब दूंगा।

Saturday, February 1, 2014

देश में चल रही मोदी की आंधी; भाजपा जितेगी 300 से अधिक स्थान

देश में चल रही मोदी की आंधी; भाजपा जितेगी 300 से अधिक स्थान

कांग्रेस नेताओं में राहुल गांधी के टीवी साक्षात्कार के बाद भारी निराशा छा गई है। 25 कांग्रेसी सांसदों एवं एक केन्द्रीय मंत्री के अनुसार इस साक्षात्कार से कांग्रेस को 10 से अधिक सीटों की हानि हुई है। कांग्रेस का विज्ञापन अभियान भी नये विवादों में गिरता जा रहा है। कांग्रेस की युवा प्रचारक पर भ्रष्टाचार के आरोपों और उसके कांग्रेस संगठन की पदाधिकारी होने के समाचारों से पार्टी का अभियान पटरी से उतर गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के नेताओं के वक्तव्यों नें रही सही कमी पूरी कर दी।

उत्तरप्रदेश में विगत 15 वर्षों से अराजकता, जातीय संघर्ष और वोटबैंक की राजनीति के कारण विकास पूर्ण अवरुद्ध हो गया है। आज सारा उत्तरप्रदेश मोदी के नेतृत्व में आशा की नई किरण देख रहा है। वहाँ भाजपा के मत 11 प्रतिशत से बढ़ कर 40 प्रतिशत होने की पुरी संभावना है। चतुष्कोणीय संघर्ष में यह मत प्रतिशत राजस्थान और मध्यप्रदेश के समान भाजपा की झोली भर देगा। उत्तर प्रदेश में नरेन्द्र भाई मोदी की रैलियों को मिल रहा अपार जन समर्थन आने वाले कल का संकेत है।

मोदी के रथ को रोकने के लिए कांग्रेस आम आदमी पार्टी को भरपुर सहायता देगी। विरोधी मतों को बांटने की उसकी यह सनातन चाल रही है। किन्तु जनता परिपक्व है। मोदी सतत अभियान चला कर जनता के साथ सीधा संवाद कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी विदेशी शक्तियों के भारत में अराजकता फैलाकर दुर्बल बनाने की कार्यसूची पर ही चल रही है। इससे कांग्रेस एवं तथाकथित धर्म निरपेक्ष समूह का स्वार्थ पुरा होता है।

आज पुरा भारत नरेन्द्र मोदी में विकास की असीम संभावनाएं देख रहा है। उन्हौंने अपनी उपलब्धियों एवं कार्यों से देश के सामनें एक नया प्रादर्श रखा है। सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, वैंकया नायडु एवं पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह सहित सभी वरिष्ठ नेता भाजपा के अभियान को तीक्ष्ण धार दे रहे हैं। आडवाणी के अनुभव एवं कौशल का भी पुरा लाभ पार्टी को मिल रहा है। जनता कांग्रेस के भ्रष्टाचार, महंगाई और कुशासन से बुरी तरह त्रस्त है। वह अन्य दलों की अराजकता, जातीवादी राजनीति एवं विकास की उपेक्षा से खिन्न है।


नरेन्द्र मोदी में देश को नये क्षितिज पर ले जाने की दुरदृष्टि और आत्मविश्वास है। देश की जनता लोकसभा चुनावों में राजनीतिक दलों को कड़ा सबक सिखायेगी ।जनमानस में प्रतिदिन मोदी का आकर्षण बढ़ता जा रहा है। विकास, सुशासन, सुरक्षा एवं दृढ़ता जनता की आकांक्षा बन गई है। मोदी का अभियान मानों जनता नें अपने हाथों में ले लिया है।

Tuesday, January 28, 2014

कांग्रेस 84 के दंगों की दोषी है

कांग्रेस 84 के दंगों की दोषी है
1984 में सिक्खों के विरुद्ध देश भर में हुई व्यापक हिंसा के लिए कांग्रेस दोषी है। तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी और उनकी सरकार नें हिंसा रोकने के लिए त्वरित प्रयास नहीं किए थे। विभाजन के बाद ये देश की सबसे बड़े दंगे थे।

राहुल गांधी दंगो एवं भ्रष्टाचार पर देश को भ्रमित कर रहे हैं। उनके प्रथम टीवी साक्षात्कार में निराशा और हताशा स्पष्ट दिख रही थी। नरेन्द्र मोदी देश में सुशासन, विकास और भारत की विदेशों में दृढ़ एवं स्वाभिमानी छवि के आधार पर समर्थन मांग रहे हैं। जबकि कांग्रेस के युवराज साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के आधार अपनी नैया पार लगाना चाह रहे हैं।


भाजपा एक व्यक्ति की सेना नहीं है। भाजपा में सामुहिक निर्णय, कार्यकर्ताओं की भागीदारी और सबको आगे आने का अवसर सामान्य प्रथा है। कांग्रेस अवश्य ही एक परिवार की जागीर बन कर रह गई है। विगत 10 वर्षों में कांग्रेस नें क्या किया, इस पर चुप्पी और भविष्य के लिए वादों से देश को भ्रमित नहीं किया जा सकता है। देश का भविष्य कांग्रेस के हाथों में सुरक्षित नहीं है। राहुल गांधी नें देश के निर्माण पर कोई स्पष्ट सोच नहीं दिखाई है। 

Tuesday, January 21, 2014

केजरीवाल नें किया महिलाओं का अपमान


केजरीवाल नें किया महिलाओं का अपमान
केजरीवाल नें नई दिल्ली में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सामुहिक दुष्कर्म पर जो टिप्पणी की, वह अति निंदनीय है। यह उनकी महिलाओं के प्रति घटिया सोच को दिखाती है। यह महिलाओं का अपमान है।

केजरीवाल की टिप्पणी पर कांग्रेस के महिला नेताओं की चुप्पी दोनों पार्टियों में किसी गुढ़ समझौते् का स्पष्ट संकेत है। सारा देश जानता है कि किस प्रकार कांग्रेस की महिला नेताओं नें नरेन्द्र मोदी के विरुद्ध तथ्यहीन आरोपों पर मोर्चा खोला था। केजरीवाल नें धारा 144 का उल्लघंन किया, आवागमन को बाधित किया और पुलिस कर्मियों को विद्रोह के लिए भड़काया। किन्तु उनके और उनके साथियों के विरुद्ध दिल्ली पुलिस नें कोई प्रकरण नहीं बनाया। इसी पुलिस नें मेरे और भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं के विरुद्ध महिला आरक्षण की मांग को लेकर किए गए शांतिपूर्ण प्रदर्शन पर पानी की बोछारें चलाई और राजकार्य में बाधा का प्रकरण बनाया।


कांग्रेस देश का ध्यान कुशासन, भ्रष्टाचार और महंगाई से हटाना चाहती है। इसीलिए आम पार्टी को आगे करके धरने की नोटंकी करवा रही है। इस धरने को प्रारम्भ करने से लेकर समाप्त करने तक का आलेख कांग्रेस पार्टी पहले ही लिख चुकी थी। पहले निलम्बन, फिर स्थानान्तरण और अंत में अवकाश पर समझौता एक सुविचारित नाटक की पटकथा ही है। 

Saturday, January 4, 2014

प्रधानमंत्री ने दिया महंगाई का उपहार


प्रधानमंत्री ने दिया महंगाई का उपहार 


प्रधानमंत्री ने 10 वर्षो तीसरी बार पत्रकार वार्ता की और जनता को महंगाई का उपहार दिया। वार्ता के दिन ही पेट्रोल,डीजल एवं रसोई गैस के मूल्यों में वृद्धि करके उन्होनें जन साधारण के प्रति गहरी संवेदनहीनता दिखायी है।

प्रधानमंत्री ने माना कि वे काग्रेंस सरकार में सत्ता के मुख्य केन्द्र नहीं है। वे भ्रष्टाचार, महंगाई एवं बेरोजगारी पर नियंत्रण करने में असफल रहे हैं। वे नरेन्द्र भाई मोदी से अन्य काग्रेंसी नेताओं के समान बुरी तरह से भयभीत है। अगले चुनावों में काग्रेंस की सारी आशाए आम आदमी पार्टी पर निर्भर है। वे काग्रेंस विरोधी मतों में विभाजन से सता की आशा संजोए हैं।

देश के लिए काग्रेंस का राज विनाशकारी रहा है। प्रधानमंत्री अपनी श्रेष्ठ उपलब्धियों में विगत 5 वर्षो का एक भी कार्य नहीं बता पाए। वे एक आज्ञाकारी नोकरशाह की तरह काग्रेंसी सत्ता के मुख्य केन्द्र की चाकरी भर करते रहे हैं। नरेन्द्र मोदी पर उनका बयान हास्यास्पद, हताशा से भरा हुआ और शालीनता की सीमाओं को लांगने वाला था। वे काग्रेंस पार्टी की कुत्सिल चालों वाले समूह के एक सदस्य भर है।

यह पत्रकार वार्ता एक असफल, हताश एवं लाचार प्रधानमंत्री की विदाई वार्ता थी। वे देश को कोई भी संदेश देने में भी विफल रहे।

Saturday, November 9, 2013

कांग्रेस नें बिगाड़ा देश का इतिहास व भूगोल

कांग्रेस नें बिगाड़ा देश का इतिहास व भूगोल
भारत के इतिहास और भूगोल के साथ कांग्रेस नें खिलवाड़ किया है। 1947 में स्वतंत्रता के साथ ही भारत का विभाजन कांग्रेस की सत्ता लोलुपता और कायर नीतियों का परिणाम थी। 1962 में चीन नें भारत की हजारों किं.मी. भूमि पर कब्जा कर लिया। 1971 के युद्ध में भारत की ऐतिहासिक विजय हुई थी। किन्तु भारत की पश्चिमी सीमा पर पाकिस्तान का छम्ब सेक्टर में किए गए छोटे से कब्जे को शांति के नाम पर स्वीकार कर लिया गया था। 1992 से 1997 के कार्यकाल में समझोते के नाम पर बांगलादेश को भारतीय भूभाग दे दिया गया।
देश के स्वर्णिम इतिहास के प्रति कांग्रेस के खिलवाड़ पर तो हजारों पृष्ट लिखे जा सकते हैं। इनके लिए राम एक काल्पनिक पात्र है। समुद्र सेतु का अस्तित्व नहीं है। महाराणा प्रताप और वीर शिवाजी महानायक नहीं विद्रोही मात्र थे। देश की आजादी पर केवल कांग्रेस के एक परिवार का ही अधिकार है।
आज देश कांग्रेस से भ्रष्टाचार, महंगाई, अवरुद्ध विकास, रोजगार में कमी, आतंकवाद, सीमा पर मंडराते खतरे पर जवाब मांग रहा है। कांग्रेस के बड़बोले नेताओं के साथ ही अखण्ड मोन व्रती भी इतिहास और भुगोल की चर्चा में यक्ष प्रश्नों को गोल कर रहे हैं। नरेन्द्र मोदी विकास और सुशासन की राजनीति को मुख्य धारा में लाना चाहते हैं। किन्तु कांग्रेस के नेता साम्प्रदायिकता और वैमनस्य की राजनीति को छोड़ना ही नहीं चाहते हैं।
रुपये का मूल्य आर्थिक स्थिति की तस्वीर दिखाता है। अटल जी की सरकार के समय 40 रुपयों में एक डालर आता था। आज एक डालर का भाव 62 रुपया है।

कांग्रेस मुक्त भारत, विश्व शक्ति भारत

Monday, November 4, 2013

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार


अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर प्रहार

मतदान पूर्व और पश्चात सर्वेक्षण लोकतांत्रिक देशों में व्यापक रुप से प्रचलित है। यह जन भावनाओं का आकलन करने की सांख्यकि विधि पर आधारित है। निर्वाचन आयोग में कांग्रेस समर्थित अधिकारियों की भरमार है। इसलिए इस बार निर्वाचन आयोग प्रचार प्रसार के कार्यों को बाधित करने का हर संभव उपाय कर रहा है।

सर्वेक्षणो पर रोक लगाने का सुझाव जनता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों का हनन है। यह जनता के विवेक और निर्णय लेने की क्षमता का भी सरासर अपमान है। चुनाव आयोग जनता को अपनी पंसद के प्रत्याशी अथवा दल का प्रचार करने से रोकने के लिए आदर्श आचार संहिता के नाम पर मनमानी कर रहा है। वह कैसा लोकतंत्र होगा, जिसमें नागरिकों को अपने पसंद की विचारधार, प्रत्याशी अथवा दल का प्रचार करने का अधिकार नहीं होगा?

कांग्रेस पार्टी सदैव अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को एक बड़ी बाधा मानती रही है। 1975 का आपातकाल, राजीव गांधी द्वारा समाचार प्रकाशन पर अंकुश लगाने का प्रयास और अभी सर्वेक्षणों पर रोक लगाने का समर्थन कांग्रेस के लोकतंत्र विरोधी दृष्टिकोण के उदाहरण है।


कांग्रेस विरोधी जनमत से घबरायी कांग्रेस चुनाव सर्वेक्षणों पर रोक लगा कर चुनावी वैतरणी पार करना चाहती है।